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Tiranga- A Glimpse in Our Forgotten Superhero’s Life

तिरंगा

दोस्तों हमारा भारतवर्ष जितना महान है और और जितने महान यहाँ के देशभक्तों के बलिदान हैं , उतना ही दुखद हमारे देश की राजनीति का इतिहास रहा है , और इन्ही राजनीतियों के चलते अक्सर जन्म लिया महान क्रांतिकारियों ने चाहे वो सरदार भगत सिंह हों , चंद्रशेखर आजाद , रामप्रसाद बिस्मिल , अशफाक उल्ला खां या फिर आजाद भारत का महान देशभक्त डिटेक्टिव तिरंगा |
दोस्तों 1986 में शुरू हुई राज कॉमिक्स में बहुत सारे सुपर पॉवर वाले नायक आ चुके थे पिछले 9 वर्षो में , अब संजय गुप्ता जी चाहते थे के बच्चों में देशभक्ति की भावना जाग्रत करने के लिए एक ऐसा नायक हो जो बिलकुल आम इन्सान हो और उसके पास कोई भी विशिष्ट शक्ति ना हो | अपनी इसी सोच के साथ संजय गुप्ता जी ने वर्ष 1995 में एक कॉमिक प्रकाशित की जिसके लेखक थे हनीफ अजहर और जिसका नायक था हम सबका प्यारा तिरंगा | आज उसी तिरंगा के बारे में कुछ संक्षिप्त जानकारी हम यहाँ साझा करना चाहेंगे |

#परिचय

जैसा कि मैंने बताया तिरंगा बिलकुल हमारी तरह एक आम इन्सान था , दिल्ली की भारतनगर कॉलोनी में रहने वाले हवलदार रामनाथ का इकलौता पुत्र | राजनीतिज्ञों ने सरकार का तख्ता पलटने के लिए एक घिनौनी चाल चली और जेल में बंद हब्शी नामक गुंडे को बाहर निकालकर दिल्ली में शुरू करा दिए सामुदायिक दंगे , हवलदार रामनाथ एक ईमानदार इन्सान था जब उसने देखा के उसके ही थाने का इंस्पेक्टर नेताओ और गुंडों से मिला हुआ है तो उसने विरोध किया जिसका खामियाजा उसको अपनी  जीभ और हाथो की उँगलियाँ कटवाकर चुकाना पड़ा ताकि वोह बोलकर या लिखकर उनके बारे में किसी को बता ना सके | उधर दिल्ली में चारो तरफ कत्लेआम मचा था , आख़िरकार इस सब से व्यथित होकर हवलदार रामनाथ के बेटे अभय ने धारण की तिरंगी पोशाक और बन गया तिरंगा | उसने बड़ी समझदारी से नेताओ की योजनाओ के बारे में जनता को अवगत कराकर दंगे को शांत कराया और प्रण लिया के वो हमेशा तिरंगे और अपने देश की सेवा में अपना जीवन बिताएगा | हालाँकि इस क्रम में उसे सबसे पहले अपने परिवार का ही बलिदान देना पड़ा , जब वो कुछ क्रांतिकारियों को कफ़न नामक एक दुश्मन से बचाने में लगा था तो उसी समय नेताओ के बदमाश तिरंगा के घर उसको परिवार को मारने और घर में आग लगाने में सफल हो चुके थे | ज्यादा जानने के लिए पढ़े कफ़न GENL-0660 |

#शक्तियां एवं हथियार

तिरंगा के पास कोई भी विशेष शक्ति नहीं और वो समाज के दुश्मनों से केवल अपनी दृढ इच्छाशक्ति , अपनी सूझबूझ और अपनी शारीरिक शक्ति के बल पर ही निपटता है | हथियार के नाम पर तिरंगा ने दंगो के समय ही महाराणा प्रताप की मूर्ति से गिरी ढाल ही अपने लिए प्रयुक्त किया और उसी से वो अपना बचाव भी करता तथा प्रहार भी | विषम परिस्थितियों के लिए तिरंगा ने ढाल में चारो ओर धारदार दांते लगाये हुवे हैं जिनको वो ढाल का हैंडल घुमाकर बाहर निकाल लेता है अन्यथा सामान्यत: नेजे अन्दर ही रहते हैं | तिरंगा ने अपनी पोशाक को पहले तिरंगे रंग में रंगा था किन्तु कालांतर उसने तिरंगे को लबादे की तरह धारण किया तथा उसका लबादा फायरप्रूफ है | तिरंगा की मुख्य शक्ति तो उसका देश और देश के संविधान के प्रति निष्ठा ही है | और यह उसकी दृढ इच्छाशक्ति का ही परिणाम है के बिना किसी सुपर पॉवर के भी वो ब्रह्माण्ड रक्षक दल का सदस्य है | I-Spy कॉमिक् में तिरंगा की ढाल में कुछ परिवर्तन किये गए तथा उसको ढाल के साथ साथ एक न्याय स्तम्भ भी प्रदान किया गया जो विभिन्न प्रकार की ऊर्जा छोड़ सकता है तथा प्रत्येक प्रकार की तंत्र ऊर्जा सोख सकता है |

#कार्यक्षेत्र

तिरंगा सामान्य दिनों में दिल्ली में ही रहता है जहाँ के पुलिस कमिश्नर भी उसकी सहायता अक्सर लेते रहते हैं , इसके अतिरिक्त तिरंगा प्रसिद्द वकील सत्यप्रकाश जी के साथ वकालत की प्रैक्टिस भी करता है | अन्य सुपर हीरोज की तरह तिरंगा भी मानवता की सेवा में तत्पर रहता है और अपने देश की रक्षा के लिए सीमा पर भी जा चुका है ( कारगिल ) , यहाँ तक कि वो कई बार पाकिस्तान भी होकर आ चुका है |

#परिवार

तिरंगा अर्थात अभय का परिवार तो उसके शुरूआती समय में ही कुछ गुंडों द्वारा ख़त्म कर दिया गया था , उसके बाद वो अपनी मुहबोली बहन शिखा के घर उनके परिवार के साथ रहने लगा , उसके बाद एक कुख्यात आतंकवादी को पकड़ने के लिए अभय ने अपने चेहरे तक का बलिदान कर दिया और एक आतंकवादी का चेहरा लगा लिया बाद में उस आतंकवादी की मौत के बाद तिरंगा ने एक नया चेहरा और एक नए नाम  (भारत ) के साथ जीवन की शुरुआत की | अधिक जानकारी के लिए पढ़े , x – rdx – चेहरा कहाँ छुपाऊं | इन सब घटनाओ के बाद तिरंगा अकेला ही रहता है | तिरंगा ने कभी भी देशप्रेम की राह में परिवार को नहीं आने दिया , इसीलिए उसने कभी किसी से प्रेम भी नहीं किया , उसके ही कॉलेज की एक लड़की मानसी उससे एक तरफ़ा प्रेम करती रही लेकिन तिरंगा ने केवल देश से ही प्रेम करने का प्रण लिया था |

#मित्र एवं शत्रु

तिरंगा के मित्रों में नागराज , ध्रुव , लोरी , शक्ति , एंथोनी , डोगा और समस्त सुपर हीरोज ही हैं अहिं अगर कुछ कट्टर दुश्मनों की बात करें तो हर वोह शख्स जो देश का , देश के कानून का दुश्मन है वो पहले तिरंगा का दुश्मन है किन्तु फिर भी कुछ नाम ऐसे है जो हमेशा तिरंगा को मारा हुआ देखने के लिए अनगिनत योजनायें बनाते रहते हैं जैसे कि कफ़न , प्रो. एनवायरो , डॉक्टर डेंजर , मिस्टर रसायन , बूझ पहेली , और हाफ माइंड  प्रमुख है |

#निष्कर्ष

तिरंगा एक ऐसा नायक है जो पूरी तरह से काल्पनिक ना होकर हमारे सामान्य जीवन से जुड़ा हुआ सा प्रतीत होता है , तिरंगा की कहानियां शुरुआत में बहुत पसंद की गयी , किन्तु दुखद यह रहा के तिरंगा को उस तरह का प्रोत्साहन राज कॉमिक्स दे नहीं पायी जितना उसने बाकि के नायको को दिया | अगर हम विदेशी नायको की बात करें तो सभी के साथ कुछ ना कुछ कुछ असामान्य है लेकिन तिरंगा ना तो कैप्टेन अमेरिका की तरह किसी वैज्ञानिक प्रयोग का नतीजा है , ना ही आयरन मैन की तरह कम्पूटरीकृत उपकरणों पर निर्भर है | तिरंगा का सबसे कमजोर पक्ष रहा उसकी पूरे पूरे पेज पर ख़त्म होने वाली शायरी , तिरंगा ने अपनी शुरुआत में पाठको में मन में बहुत अच्छी पकड़ बनायीं लेकिन समय के साथ उसकी कहानियो का स्तर कुछ गिरता गया | किन्तु इसके बाद तिरंगा की द्विनायक कॉमिक्स प्रकाशित होनी शुरू हुई और उनके माध्यम से तिरंगा फिर से नयी ऊँचाइयों को छूने  लगा | भेडिया के साथ आई जंगलिस्तान एक सफलतम विशेषांक था | उसके बाद मल्टीस्टारर कॉमिक्स में तिरंगा के व्यक्तित्व को और भी अच्छे से निखारा गया , कोहराम इसका बेहतरीन उदाहरण है | वर्तमान में तिरंगा ने सर्वनायक में शुक्राल के साथ प्रतियोगिता में बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया | हाल ही में राज कॉमिक्स के माध्यम से पता चला के वो तिरंगा की एनीमेशन सीरीज पर काम कर रहे हैं और इसी वर्ष हम शायद अपने चहेते नायक को परदे पर देख पाएंगे | अगर हम फिल्मो की बात करें तो सुपर कमांडो ध्रुव और तिरंगा ये सिर्फ दो ही ऐसे चेहरे ऐसे हैं जिनपर रीयलिस्टिक फिल्मे अगर बनायीं जाएँ तो बहुत ज्यादा सफल होंगी | आशा है तिरंगा को हम भविष्य में और भी नए मुकाम हासिल करते हुए देखेंगे | भविष्य में हम तिरंगा के बारे में कुछ और तथ्यों के साथ उपस्थित होंगे तब तक के लिए विदा | सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें |

Written By- Ravi Kumar Tanwer for Comic Haveli.
This Article was originally posted on Comic Haveli on Republic Day 2019.

One comment

  1. ramanbhagatiob

    Koi paise de dua k iska old debt settle kar do…

Comments are closed.

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