हिंदी कॉमिक्स में महिलाओं की भूमिका
सामाजिक जीवन की गाडी के दो पहिये हैं पुरुष एवं स्त्री,और दोनों के सामंजस्य से ही समाज क्रियाशील एवं प्रगति शील है | हमारी कॉमिक्स इंडस्ट्री में भी सामंजस्य एवं तालमेल बैठने के लिए पुरुष नायको के साथ साथ महिला नायिकाओं को भी समान महत्व दिया गया और उन्होंने कंधे से कन्धा मिलाकर बचपन से लेकर आज तक हमारा मनोरंजन किया , पुरुष नायको की सहायता की , और अपनी एक अलग पहचान बनायीं | चाहे वो ध्रुव की बहन चंडिका हो , चंदा के रूप में माँ काली का अंश शक्ति हो , नागराज की सहयोगी सौडांगी हो , या डोगा की प्रेमिका मोनिका अर्थात लोमड़ी हो , इन सभी ने समाज के दुश्मनों का पुरुष नायको के समान डटकर सामना किया और अपने व्यक्तिगत जीवन के संतुलन को भी बरक़रार रखा | आज हम इन्ही कुछ नायिकाओं के विषय में कुछ संक्षिप्त जानकारियां साझा करेंगे और इनका संक्षिप्त परिचय भी देंगे | शुरुआत करते हैं राज कॉमिक्स की एकमात्र मुख्य नायिका शक्ति अर्थात चंदा से…
#शक्ति (चंदा)
शक्ति राज कॉमिक्स की इकलौती नायिका है जिसकी अलग कॉमिक्स आई थी , हालाँकि शक्ति से पहले लिजा की कॉमिक्स उपलब्ध थी किन्तु लिजा राज कॉमिक्स का नहीं बल्कि किंग कॉमिक्स का हिस्सा थी | शक्ति को सबसे पहले नागराज के साथ 1998 में प्रकाशित हुई बांबी कॉमिक में देखा गया था किन्तु उसका पूरा परिचय डोगा-शक्ति कॉमिक में दिखाया गया , शक्ति का उद्गम एक ऐसी महिला की करुण पुकार पर हुआ जिसको कई बार बेटियां पैदा करने के जुर्म में उसके अपने ही पति द्वारा खाई में फेंक दिया जाता है , माँ काली उसको देती हैं अपना अंश और नियुक्त करती हैं उसको संसार की समस्त महिलाओ की सुरक्षा के लिए | शक्ति के विषय में विस्तार से किसी आगामी लेख में बताएँगे , किन्तु फिर भी शक्ति पर जितना ध्यान दिया जाना था शायद प्रकाशकों द्वारा उतना ध्यान दिया नहीं गया इसलिए जहाँ पुरुष नायको की दो सौ से ज्यादा कॉमिक तक छापी गयी हैं वहीँ शक्ति की केवल 53 कॉमिक्स ही प्रकाशित हुई थी | शक्ति के मानव रूप का नाम चंदा पाठक है और वह एक हॉस्पिटल में परिचारिका का कार्य करती है |
#चंडिका (श्वेता )
सुपर कमांडो ध्रुव की बहन श्वेता ही चंडिका है इस बात को सभी पाठक जानते हैं , ये अलग बात है कि लाख शक होने के बाद भी आज तक ध्रुव इस विषय में नहीं जान पाया | श्वेता का पूरा नाम श्वेता राजन मेहरा है और श्वेता हालाँकि ध्रुव की प्रथम कॉमिक में ही दिख गयी थी किन्तु उसमे उसका कोई परिचय या क्रियाकलाप नहीं दिखाया गया था | चंडिका के रूप में श्वेता को स्वर्ग की तबाही कॉमिक में दिखाया गया था जो कि वर्ष 1986 में प्रकाशित हुई थी | श्वेता को इलेक्ट्रॉनिक एवं विज्ञानं का अच्छा ज्ञान है तथा वो अक्सर ध्रुव तथा अपने लिए नए नए गैजेट इजाद करती रहती है | श्वेता के रूप में चुलबुली और डरपोक लड़की अपराधियों का काल चंडिका भी है इस विषय में कोई सोच भी नहीं सकता , और उसके राज के विषय में केवल नताशा ही जानती है | एक साइड करैक्टर होने के बावजूद चंडिका को बहुत अच्छे से पाठको के समक्ष प्रस्तुत किया गया और उस पर विशेष ध्यान दिया गया | आगामी किसी लेख में चंडिका के विषय में हम विस्तृत जानकारी साझा करेंगे |
#सौडांगी
राज कॉमिक्स के सबसे बड़े , सबसे शक्तिशाली और सबसे चहेते नायक नागराज की मित्र और उसकी सहयोगी , पिरामिडो की रानी सौडांगी को कौन नहीं जानता ? सौडांगी जितनी सुंदर है ,उतनी ही प्रलयंकारी है अपराधियों के लिए , जितना प्रेम है सौडांगी को नागराज से उतनी ही नफरत है उसे समाज के दुश्मनों से | नागराज और जादू का शहंशाह कॉमिक जो वर्ष 1986 में प्रकाशित हुई उसमे तरुण कुमार वाही जी की कलम ने जन्म दिया पिरामिडो की रानी शूलधारिणी सौडांगी को , जिसमे नागराज से मिलने के उपरांत वो हमेशा के लिए नागराज की हो होकर रह गयी और उसने नागराज के शरीर में हमेशा के लिए वास किया | सौडांगी ने एक श्राप स्वरुप पिछले जन्म में सौडांग के कांटो को शरीर पर सजाया था और आज उसके कटीले नागरूप की दहशत अपराधियों में , नागराज से ज्यादा रहती है | सौडांगी नागराज से बेपनाह प्रेम भी करती है और उसकी दुनिया केवल नागराज के इर्द गिर्द ही घूमती है , वो अलग बात है के नागराज ने हमेशा उसको केवल अपनी मित्र ही माना है और यह प्रेम एक तरफ़ा ही है | सौडांगी एक सह-चरित्र होने के बावजूद किसी मुख्य चरित्र से ज्यादा चर्चित रही है पाठको में और सौडांगी को हमेशा हमने एक सकारात्मक रूप में ही देखा है | सौडांगी पर आधारित दो कॉमिक्स की श्रृंखला (सौडांगी तथा सम्राट ) भी प्रकाशित हुई थी, तथा इसके उपरांत राज कॉमिक्स द्वारा एक अतिरिक्त श्रृंखला शुरू की गयी थी अमेजिंग फ्रेंड्स ऑफ़ नागराज जिसमे श्राप , अधूरा प्रेम, फैरो, देवकन्या तथा कल्प्कांतकारी सौडांगी इत्यादि सौडांगी की मुख्या कॉमिक्स हैं | आशा है आने वाले समय में हम सौडांगी को बड़े पर्दे पर भी देख पाएंगे |
#प्रलयंका (ममता पाठक )
प्रोफेसर कमलकांत की शिष्या , परमाणु की सहयोगी और एक पत्रकार ममता पाठक अर्थात प्रलयंका अपने नाम की तरह ही प्रलयंकारी है किन्तु प्रलयंका को लेखको ने कभी एक्शन के लिए ठीक से स्कोप नहीं दिया | प्रलयंका को परमाणु की शुरूआती कॉमिक्स में फिर भी काफी अच्छा दिखाया गया था किन्तु धीरे धीरे प्रलयंका को कॉमिक्स में दिखाना बंद कर दिया गया | ममता पाठक उर्फ़ प्रलयंका परमाणु को परमाणु के बैकअप की तरह ही अधिकतर दिखाया गया था , वैसे परमाणु से अलग ममता की एक पहचान और भी है , जी हाँ ममता पाठक शक्ति उर्फ़ चंदा की ननद भी है और शक्ति तथा चंदा एक घर में एक साथ रहती हैं | प्रलयंका की शक्तिया न्यूक्लियर बेस्ड अर्थात वैज्ञानिक हैं | सर्वनायक श्रृंखला में हालाँकि प्रलयंका को फिर से कुछ स्थान दिया गया है और आशा है आने वाले समय में हमे प्रलयंका की और भी कॉमिक पढने को मिलेंगी |
#लोमड़ी (मोनिका)
मोनिका , सूरज की मंगेतर और इंस्पेक्टर चीता की बहन , को जब डोगा के काम हद से ज्यादा नागवार गुजरने लगे और उसे अपने भाई चीता पर भी शक होने लगा के शायद वो डोगा को जानता है तब डोगा को बेनकाब करने के लिए उसने धरा एक छदम रूप – लोमड़ी | हालाँकि बाद में पता चल जाने के बाद के सूरज ही डोगा है उसको लोमड़ी बने रहने की जरुरत नहीं थी लेकिन वक़्त बेवक्त डोगा की सहायता करने के लिए उसने लोमड़ी वाली रूप को जीवित रहने देना ही उचित समझा | अपराधियों और समझ के दुश्मनों से नफरत तो लोमड़ी को भी है लेकिन उसका मुख्य मकसद फिर भी सिर्फ और सिर्फ डोगा की मदद करना और चोरी छिपे उसकी सुरक्षा करना ही होता है | लोमड़ी ही मोनिका है इस बारे में डोगा कभी नहीं जान पाया , एक तरफ मोनिका सूरज की मंगेतर है ही दूसरी तरफ वो अक्सर लोमड़ी बनकर डोगा के ऊपर अलग से डोरे भी डालती रहती है सिर्फ उसे परेशान करने के लिए | लोमड़ी के ऊपर भी कॉमिक्स में अच्छा ध्यान दिया गया है और वफ़ा सीरीज , वृद्ध वारियर सीरीज , बोर्न इन ब्लड सीरीज तथा एक्सप्रेस वे सीरीज में तो लोमड़ी को बहुत ही अच्छा रोल दिया है | अगर आपने ये कॉमिक नहीं पढ़ी हैं तो आज ही पढ़ें |
दोस्तों कॉमिक्स जगत के अन्य महिला किरदारों में विषय में हम आगामी लेख में आपके साथ और भी जानकारी साझा करेंगे | आज 8 मार्च को विश्व महिला दिवस के अवसर पर आप सभी को महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं | इन्सान महिलाओं को कमजोर और कोमल मानता आया है किन्तु उसने कभी इस स्थिति को समझने की प्रयास नहीं किया के जिसको ईश्वर ने सृजन शक्ति से गौरान्वित किया है वो महिला ही है , सम्पूर्ण समाज की , सम्पूर्ण प्रगति की , सम्पूर्ण विकास चक्र की सूत्रधार नारी जाति आज पुरुष के समकक्ष प्रत्येक कार्य करने में सक्षम है | आशा है आपको लेख पसंद आया होगा | अपना साथ कॉमिक हवेली के साथ बनाये रखिये |
Written By- Ravi Kumar Tanwer for Comic Haveli.
This article was first published on Comic Haveli on the occasion of Women’s Day 8th, March 2018.
बढ़िया लेख हैं……….हिंदी कॉमिक्स मै मेरे पसंदीदा महिला किरदार चंडिका, मोनिका, सौडांगी है, मुख्य पात्र ना होते हुए भी सबसे ज्यादा ध्यान दिया गया है लेखन मै और,
दूसरी तरफ शक्ति मुख्य नायिका होते हुए भी उसके के लेखन मै वो स्थिरता और पात्र को बड़ा बनाने की ललक नही दिखी।
मुझे लगता है की ये सारे पात्रों पे आज और ध्यान देना चाहिए और नई महिला सुपरहीरो की आवश्यकता है जो नागराज, ध्रुव, डोगा के टक्कर की हो और पाठको के दिल मै भी जगह बनाए क्युकी समय भी सही है और पाठक भी अब समझदार हो गया है।
बढ़िया विषय और बेहतरीन लेखन। ❤️